Editor : Dr. Rahul Ranjan (+91-6263403320)
भोपाल। लोकसभा का बजट सत्र जारी है। विगत दिनों प्रश्रकाल के दौरान भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने सदन में खेलों में ग्रामीण युवाओं की भागीदारी का प्रश्र उठाया। उन्होंने खेल मंत्री से प्रश्र करते हुए पूछा कि सरकार द्वारा भोपाल समेत देशभर में ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब परिवारों के युवाओं को खेलों के प्रति प्रोत्सािहत करने का क्या विचार है। साथ ही ऐसे ग्रामीण युवाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए क्या सरकार किसी नई योजना पर विचार कर रही है।
प्रश्र के जवाब में खेल राज्य मंत्री किरेन रीजीजू ने बताया कि देशभर के ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब युवाओं सहित देशभर के युवाओं को खेल के प्रति आकर्षित करने के लिए ‘खेलों इंडिया’- राष्ट्रीय खेल विकास कार्यक्रम को देशभर में शुरू किया गया है। इसके तहत भारतीय खेल प्राधिकरण 8-25 वर्ष के आयु समूह में प्रतिभावान खिलाडिय़ों की पहचान करने और पोषित करने के लिए देशभर मेें राष्ट्रीय उत्कृष्टता केन्द्र (एनसीओई), साई प्रशिक्षण केन्द्र (एसटीसी), एसटीसी के विस्तार केन्द्र और राष्ट्रीय खेल प्रतिभा प्रतियोगिता (एनएसटीसी) खेल संवर्धन स्कीमें कार्यान्वित कर रहा है। जिससे यह खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें। खेल मंत्री ने अपने जवाब में बताया कि वर्तमान में इन स्कीमों के अंतर्गत 10307 प्रतिभावान खिलाडिय़ों (6252 लडक़े और 4055 लड़कियां) को आवासीय और गैर आवासीय आधार पर प्रशिक्षित किया जा रहा है। खेलों इंडिया स्कीम के अंतर्गत 21 खेल विधाओं में पूरे देश के जनजातीय, ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों के खिलाडिय़ों का चयन किया जाता है। वर्तमान में इस स्कीम के अंतर्गत 2947 खिलाडिय़ों को सहायता दी जा रही है।