प्रदेश - 19 February, 2021
सीएम शिवराज ने सपत्नी की शंभुधारा की सैर, रुद्राक्ष और साल का पौधा लगाया
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नर्मदा जयंती पर तीन दिवसीय मां नर्मदा जन्मोत्सव में शामिल होने अमरकंटक प्रवास पर है। इस दौरान वे अपनी पत्नी साधना सिंह के साथ अमरकंटक में मां नर्मदा का पूजन और आशीर्वाद लेने के साथ ही वहां की प्राकृतिक सौदर्यता को भी निहारने पहुंच रहे है। #CM Shivraj #visits Shambhudhara, #Rudraksh and sapling
सीधी। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नर्मदा जयंती पर तीन दिवसीय मां नर्मदा जन्मोत्सव में शामिल होने अमरकंटक प्रवास पर है। इस दौरान वे अपनी पत्नी साधना सिंह के साथ अमरकंटक में मां नर्मदा का पूजन और आशीर्वाद लेने के साथ ही वहां की प्राकृतिक सौदर्यता को भी निहारने पहुंच रहे है। शुक्रवार को सीएम शिवराज शंभुधारा पहुंचे जहां उन्होंने पत्नी साधना सिंह के साथ कुछ वक्त व्यतीत किया और प्रकृति का आनंद लिया। इस दौरान सीएम शिवराज ने वृक्षारोपण भी किया।
सीएम शिवराज ने ट्वीट कर इस दौरान की फोटो साझा करते हुए कहा ‘त्वदीय पाद पंकजम नमामि देवी नर्मदे! आज #NarmadaJayanti पर मध्यप्रदेश की प्राणदायिनी मैया के चरणों में कोटिश: प्रणाम! सही अर्थों में कल अमरकंटक के दर्शन किये, इसके पहले मां नर्मदा मंदिर आकर दर्शन कर वापस लौट जाते थे; लेकिन कल माई की बगिया गये। कहते हैं कि नर्मदा मैया यहां बचपन में खेलती थीं और वहीं से प्रकट होकर आगे बढ़ती हैं। माई की बगिया में बैठ जाओ, तो जाने का मन नहीं करता है। आज शंभू धारा आये हैं। अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य है। धारा का शांत जल और पक्षियों का कलरव मन मोह लेता है। जल प्रपात का ऊपर से नीचे गिरता पानी अनूठे संगीत का सृजन करता है। मन करता है कि उस संगीत को सुनते रहो। संगीत में पक्षियों की चहचहाहट मिलकर और अद्भुत बना देती है।
आगे उन्होंने कहा कि शंभु धारा और लक्ष्मण धारा के पास बैठो, तो मन असीम आनंद से भर जाता है। अत्यंत सुंदर जल प्रपात, जहां लगातार कल-कल करते हुए जलधारा ऊपर से नीचे की ओर बहती रहती है। यही जलधारा आगे जाकर नर्मदा जी में मिलती है और उन्हें विशाल स्वरूप प्रदान करती है। मां नर्मदा के जल को समृद्ध करने वाली धाराओं का सबसे बड़ा स्रोत साल के वृक्ष और सघन वन हैं। साल के वृक्षों का अपने आप में एक संसार है। कई प्रजातियों के पेड़-पौधे हैं, वनस्पतियां हैं, औषधियां हैं। बॉक्साइट का पत्थर भी यहां है।
शंभुधारा में साल के वनों की गुणवत्ता के बारे में जानकारी देते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि साल के पेड़ का विशेष गुण है कि वर्षा जल को अपने आप में संचित करके रखता है और वर्षा के बाद बूंद-बूंद करके उस जल को छोड़ता रहता है। यहां के बॉक्साइट के पत्थर वॉटर रिचार्जिंग का काम करते हैं और यही जल बाद में नर्मदा जी का स्वरूप धारण कर लेता है। हम सब यदि यह चाहते हैं कि नर्मदा जी कल-कल, छल-छल करके सदा ऐसे ही बहती रहें, तो साल के वृक्ष और बॉक्साइट के पत्थरों को बचाना पड़ेगा। इसलिए भी यह जरूरी है कि इन वनों के प्राकृतिक स्वरूप की रक्षा की जाये। नर्मदा जी जो मध्य प्रदेश की जीवन रेखा हैं, तभी सुरक्षित रहेंगी। मन में यही संकल्प यहां से उपजा है कि इस दिशा में जो भी आवश्यक कदम होंगे, वह हम उठाएं।
उन्होंने वृक्षों और वनों की उपयोगिता के बारे में जानकारी देते हुए कहा वृक्ष केवल पर्यावरण के लिए नहीं हैं, मनुष्य पशु पक्षियों और जीव-जंतुओं के लिए भी जरूरी हैं। इसलिए आज #NarmadaJayanti के दिन से एक साल तक लगातार अगली नर्मदा जयंती तक मैं स्वयं एक पौधा प्रतिदिन लगाऊंगा, ताकि मैं तो पौधे लगाऊं ही, बाकी सब भी पौधरोपण के लिए प्रेरित हों। मनुष्य ने अंधाधुंध वनों का विनाश किया है। आज धरती पर मानव जीवन के अस्तित्व पर ही संकट मंडरा रहा है। जीव-जंतुओं के जीवन पर तो संकट है ही, इस धरती को बचाना हमारा धर्म है। इसलिए मैंने प्रतिदिन एक पौधा लगाने का संकल्प लिया है। उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील करते हुए कहा आपसे भी अपील करता हूं कि वनों को बचाने में योगदान दीजिए और वर्ष में ज्यादा नहीं, तो एक पेड़ अवश्य लगाइये और उसे सुरक्षित रखिये ताकि फॉरेस्ट कवर बढ़ाकर धरती मां का जो हम पर ऋण है, उसको उतार सकें। पेड़-पौधों से ही धरती समृद्ध होगी।
सीएम ने लगाया पौधा
इस दौरान सीएम शिवराज ने शंभुधारा में वृक्षारोपण भी किया। इस संबंध में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि आज #NarmadaJayanti के अवसर पर मैंने अमरकंटक के शंभू धारा में रुद्राक्ष और साल का पौधा लगाया। मां नर्मदा के आशीर्वाद से मेरा एक वर्ष तक प्रतिदिन पौधे लगाने का लक्ष्य प्राप्त हो और हमारी धरा अनवरत अन्न व जल रूपी धन से समृद्ध रहे। हर हर नर्मदे!